बुधवार, 20 जुलाई 2016

कवि जयचन्द प्रजापति की कविता

गरीबों की बस्ती में
देखो
अभी भी चिराग जल रहा है

यह एक
मानवता
व सत्य का चिराग

पूरी जमीं पर
नव युग का संदेश दे रहा है...

कवि जयचन्द प्रजापति' कक्कू'


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