गरीबों की बस्ती में
देखो
अभी भी चिराग जल रहा है
यह एक
मानवता
व सत्य का चिराग
पूरी जमीं पर
नव युग का संदेश दे रहा है...
कवि जयचन्द प्रजापति' कक्कू'
देखो
अभी भी चिराग जल रहा है
यह एक
मानवता
व सत्य का चिराग
पूरी जमीं पर
नव युग का संदेश दे रहा है...
कवि जयचन्द प्रजापति' कक्कू'
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