बुधवार, 29 जून 2016

जैतापुर के प्रधान श्री दयाशंकर जी पर एक कविता..

कुछ नया करो
.................
कुछ नया करो
मुश्कान बिखेरो
नव लय ताल से
नव गीत लिखो

गाँव का विकास 
हो ऐसा
खुशी मनाये सब
छूटे न कोई गरीब 
सबको हो कल्याण

दयाशंकरजी की दया से
चमके जैतापुर गाँव
यही आशा है श्रेष्ट जनों की
महके सारा गाँव

चापलूसों से दूर रहें
सोंचे नया कुछ
नवरंग भरें गाँव में
यही अभिलाषा है
जन जन की

सहीं समय आया है
गाँव अपना जागा है
समझो नवयुग आया है
सुंदर गीत लाया है.

न्याय करना इस धरा पर
सच्चा इतिहास लिखना
लिखना नई कहानी
गाँववासियों का यही है कहना

ईश्वर का नाम लेकर
खड़ा करना विकास की ईमारत
बहेगी गुणगान की धारा
जैतापुर को बनाना जन्नत



-------- Poet  
            Jaychand prajapati
            Jaitapur,Handia,Allahabad



मंगलवार, 28 जून 2016

प्राइमरी का अध्यापक....कवि जयचन्द प्रजापति 'कक्कू'

प्राइमरी का अध्यापक
...........................
मजे की नौकरी है
बनना प्राइमरी का अध्यापक
कुर्सी तोड़ने का
मिलता है मोटा माल
गपशप करो
जी भर
पूरे समय मस्ती करो
लड़के पढ़ें या न पढ़ें
तनख्वाह तो बनती है
अगर मिल जाये
नौकरी मास्टर की
प्राइमरी में
सौ तीरथ करने जाऊँगा
काशी बदरीनाथ जाऊँगा
वैष्णो धाम भी जाऊंगा
दिलवा दो भाई
मोटी रकम दूँगा
कहीं हमें भी
प्राइमरी का अध्यापक
बनवा दो यारो

कवि जयचन्द प्रजापति 'कक्कू'
जैतापुर


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खिलता कवि...प्रमुख एडमिन कवि जयचन्द प्रजापति 'कक्कू'

'खिलता कवि'एक ह्वाट्सअप समूह है कवियों का, जिसमें कोई
हिन्दी के कवि इस  समूह से जुड़ सकता है और अपनी रचनाओं की
समीक्षा हेतु मंच पर प्रस्तुत कर सकता है.खासकर नवांकुर कवियों का
इस मंच पर हृदय से स्वागत है.

यह समूह जैतापुर गाँव हंडिया तहसील इलाहाबाद जिला से संचालित किया
जाता है.बिल्कुल साफ सुथरा यह समूह हिन्दी के जाने माने कवि
जयचन्द प्रजापति 'कक्कू'प्रमुख एडमिन हैं.इस समय 220 से ज्यादा
लोग इस समूह में जुड़ कर अपना अमूल्य योगदान कर रहे हें....
संपर्क सूत्र...07880438226

जाने माने कवि जयचन्द प्रजापति 'कक्कू' की कविता

सच्चा सुख


हम तो दो रोटी खाकर
फुटपाथों पर सो लेते हैं

आप तो छप्पन पकवान कर
महल में नहीं सो पा रहे हैं



कवि जयचन्द प्रजापति कक्कू
जैतापुर, हंडिया, इलाहाबाद




शुक्रवार, 24 जून 2016

प्रसिध्द कवि जयचन्द प्रजापति 'कक्कू' की कवितायें

जागो
.......
जागो
सोने वालो
क्यों रो रहे हो
किस्मत पर

उठो
लिखो
नई सुबह की
नई कहानी

बनाओ
निर्मल मन
सहीं समय
आया है
जागो प्यारे जागो


कवि जयचन्द प्रजापति' कक्कू'
जैतापुर,हंडिया,इलांहाबाद


गुरुवार, 23 जून 2016

प्रसिध्द कवि जयचन्द प्रजापति' कक्कू' का एक व्यंग्य

नौकरी पाकर
................
नौकरी पाकर
वह ऐसा चलने लगा

वह ऐसा अकड़ने लगा
खुद को हिटलर का
नाती समझने लगा

कवि जयचन्द प्रजापति कक्कू
जैतापुर, हंडिया, इलाहाबाद
मो.07880438226

सोमवार, 20 जून 2016

खिलता छात्र

सुपर कोचिंग अगर है तो
वह है खिलता छात्र ...जहाँ
खिलता हुआ नजर आयेगा
हंडिया स्टेशन रोड पर स्थित है.
नये ढंग से अंग्रेजी सीखें...
बेहतर परिणाम ..कमजोर छात्र भी
बेहतर पायें परिणाम....

खिलता छात्र

हंडिया स्थित रेलवे स्टेशन रोड पर
खिलता छात्र कोचिंग है जहाँ छात्र
अंग्रेजी की कोचिंग कर सकते है.बेहतरीन
संस्था जहाँ सुपर तरीके से अंग्रेजी
पढ़ाई जाती है.इस संस्था के संचालक
कवि व लेखक जयचन्द प्रजापति जी हैं..

छात्र...कवि जयचन्द प्रजापति' कक्कू'

छात्र
......
छात्र को
पढ़ाई पर
नजर रखनी चाहिये सदैव
यही मूल्य है
सम्पूर्ण जीवन पाने का
तभी छात्र का जीवन
सफल है
करूणा,दया भरना चाहिये
मानवीय गुणों से
युक्त जीवन बनाना चाहिये
यही रहस्य है
सच्चे छात्र का
ऐसा छात्र बनों
मेरे प्रिय छात्र

कवि जयचन्द प्रजापति 'कक्कू'
जैतापुर,हंडिया,इलाहाबाद
मो.07880438226

रविवार, 19 जून 2016

खिलता छात्र हंडिया में सबसे बढ़ियाँ कोचिंग संस्थान

अंग्रेजी के मामले में हंडिया में
खिलता छात्र कोचिंग बहुत अच्छी
कोचिंग है.अलग पहचान लिये है
भीड़ का हिस्सा मत बनिये.शिक्षा
दिखाने की चीज नहीं है.जाने माने
कवि जयचन्द प्रजापति के साथ
आइये अध्ययन करें.
आओ नया एडमिशन लें.बेहतर
भविष्य के लिये....

........खिलता छात्र,हंडिया,रेलवे स्टेशन रोड
        इलाहाबाद मो.07880438226

हंडिया में अंग्रेजी की बेस्ट कोचिंग खिलता छात्र

हंडिया.हंडिया कस्बे में स्थित खिलता छात्र कोचिंग
संस्थान सबसे बढ़िया संस्थान है.यह स्टेशन वाली
रोड पर स्थित है जहाँ कमजोर से कमजोर छात्र को
भी अंग्रेजी आने लगती है.बहुत ही सरल भाषा में
अंग्रेजी सिखाया जाता है.यह संस्थान अपने आप में
खासियत रखता है.

संस्थान के संचालक जाने माने कवि जयचन्द प्रजापति
ने बताया कि संस्थान एक अप्रैल 2015 को शुभारम्भ
किया.आज संस्थान अपने गुणवत्ता के कारण क्षेत्र
अपना पहचान बना रहा है.ऐसे छात्र जिन्हें कहीं अंग्रेजी
न समझ में आये कृपया इस संस्थान में प्रवेश कर अपनी
अंग्रेजी विषय मजबूत करें.गरीब छात्रों को कम शुल्क में
कोचिंग सुविधा प्रदान कर रहा है.देर न करे जल्दी प्रवेश
लें ताकि अपनी अंग्रेजी ठीक कर सके.

फादर्स डे.......प्रसिध्द कवि जयचन्द प्रजापति 'कक्कू' की कविता

फादर्स डे
...........
फादर्स डे
जब आता है
मनाते है
खुश होकर
पिता के लिये
कुछ पल बिताते हैं
हँसी के साथ
एक प्यारा सा
मुश्कान होता है

एक नये पल के साथ
आनन्द की अनुभूति होती है
यह दिन आये
बार बार

लेकिन
जिनके पिता नहीं होते हैं
अनाथ होते हैं जो
वे कैसे मनायेगें
फादर्स डे


कवि जयचन्द प्रजापति 'कक्कू'
जैतापुर,हंडिया,इलाहाबाद
मो.07880438226

सोमवार, 13 जून 2016

Poem of poet Jaychand prajapati 'Kakkoo'

My love
...........
My love
Very smart
And simple
I can't forget
My beautiful love
Always gives new hope
So my love
Very nice
Not forgettable


Jaychand prajapati' Kakkoo'
Jaitapur,Handia,Allahabad
Mo..07880438226

जमाने की हवा....कवि जयचन्द प्रजापति' कक्कू'

जमाने की हवा
..................
जमाने की हवा
कुछ इस कदर चली
हम भूल गये
अपनी माटी
और माँ का आँचल
भूल गये
बचपन के यारों को
भूल गये
ताल तलैया
बाप के प्यार को भी
कर न सके जतन
अपने आबरू की
रह गये खाली
खाके
जमाने की हवा

जयचन्द प्रजापति' कक्कू'
जैतापुर,हंडिया, इलाहाबाद

शुक्रवार, 10 जून 2016

कल्लू बाबू...........कवि जयचन्द प्रजापति 'कक्कू'

कल्लू बाबू
..............
कल्लू बाबू
एमए पास करके
हो गये 
सड़क छाप

घर बार देखकर
बीबी की बात सुनकर
बच्चों का हाल देखकर

आखिर कब तक
करते फांका
लगे डालने डाका


जयचन्द प्रजापति' कक्कू'
जैतापुर,हंडिया, इलाहाबाद

मंगलवार, 7 जून 2016

चाँद उदास था...कवि जयचन्द प्रजापति 'कक्कू'

चाँद उदास था
..................
एक दिन
चाँद उदास था
दुःखी था
निराशा से भरा था
मन मलिन था
किसी कोने में खड़ा था

मैंने पूछा
चाँद उदास क्यों हो

उसने बुझे मन से कहा
चाँदनी
किसी और से मिलने जाती है


जयचन्द प्रजापति कक्कू
जैतापुर, हंडिया, इलाहाबाद

रविवार, 5 जून 2016

पर्यावरण.....कवि जयचन्द प्रजापति 'कक्कू'

पर्यावरण
...........
पेड़ लगाओ प्यारे
नव जीवन लाओ
नवगीत लिखो
नव हरियाली लाओ
यही है जीवन

हरा भरा रहे
यह बगीचा
महके चारो ओर
नई नवेली दुल्हन की तरह
सजा रहे
यह भारत मेरा

पेड़ नहीं
जीवन नहीं
नई आशा नहीं
रंगहीन जीवन
स्वच्छ बनाओ धरा
पेड़ लगाकर
जीवन धन्य बनाओ

जयचन्द प्रजापति' कक्कू'
जैकापुर,हंडिया, इलाहाबाद


शनिवार, 4 जून 2016

सेलरी का घमंड........कवि जयचन्द प्रजापति' कक्कू'

सेलरी का घमंड
....................
सरकारी नौकरी पाकर
खुश था
पहली सेलरी पाते ही
खूब जमकर खाया
लगा दिखाने
गाँव मुहल्ले में

बनाया सुंदर एक महल
लगा चलने अकड़ के
भाई बंधु को देख
कड़वी मुश्कान
बहाने लगा
जी भर

अकड़ा
ऐसा अकड़ा
सब से चिढ़ रखने लगा
गुस्सा पल पल
रोज दो चार को
ठोककर चलने लगा

यह अकड़ घर मे भी
बीबी बच्चों के साथ
गुस्सा पर गुस्सा
धन ने
बनाया
उसे निर्दयी
इतना ठोका एकदिन
बीबी बच्चों को
चले गये सिधार परलोक

खाया खुद जहर
बना ली जिन्दगी
जहर
रख न पाया
धैर्य
सब नशा उतर गया

जयचन्द प्रजापति कक्कू
जैतापुर, हंडिया, इलाहाबाद




पहली सेलरी............कवि जयचन्द प्रजापति' कक्कू'

पहली सेलरी
...............
पहली सेलरी
पहली सबसे बड़ी खुशी
कोई माँ को देता है
कोई बाप को
कोई उड़ाता है
दोश्तों के साथ

कोई इतना खुश
भूल जाता है
जहाँ बिताया
सारा  पल
भूल उन्हें भी जाता है
जिन्होनें मदद की थी
जब भूख प्यास से तड़पा था

वह संवेदनशील युवक
पाते ही पहली सेलरी
जाता है
किसी होटल में
पंद्रह गरीब बच्चों के साथ
खूब जी भर
खाता खिलाता है
आनंद रस की अनुभूति किया


जयचन्द प्रजापति कक्कू
जैतापुर, हंडिया, इलाहाबाद




नाई.......कवि जयचन्द प्रजापति' कक्कू'

नाई
....
नाई
चमकाता है
हम सब को
बनाता दाढ़ी बाल
सीधा सादा
जीवन जीता

सुबह से शाम डटा रहे
लगा रहे हर पल
फिर भी
अच्छी आमदनी नहीं कर पाता

लेकिन सुंदर मन से
लगातार
अपने कार्यों से
सुंदरता
भरता है
लोगों को मुश्कान देता है

यही है
उसका जीवन
सरलता का भाव लिये
रहता है
गाँव शहर में


जयचन्द प्रजापति कक्कू
जैतापुर ,हंडिया, इलाहाबाद


मथुरा कांड......कवि जयचन्द प्रजापति' कक्कू'

मथुरा कांड
..............
थोड़ी चालाकी
लालच
जर्बदस्ती
कई की जान चली गई
मथुरा में
अनचाहा हो गया
ऐसा वीभत्स रूप

किया नंगा
कार्य
हाहाकार मचा है

क्या मिला
सब यहीं रह गया
नरसंहार हुआ

गई जानें कई
जीवन होगा दुःखदायी
बचे लोगों का


शान्ति पूर्ण
घरों में बैठे होते
विचार किये होते
ढूँढते कुछ नया
नहीं ऐसा होता
कायराना हरकत

लेकिन कौन सुने
सबकी अपनी लगी है
नई नई होड़ लगी है
ले लेने की दौड़ लगी है
सब हो गया तहस नहस

जयचन्द प्रजापति कक्कू
इलाहाबाद



सोहना प्रधान.......कवि जयचन्द प्रजापति' कक्कू'

सोहना प्रधान
.................
सोहना प्रधान
लूट रहा है
गॉव वालों को
जब से प्रधान बना

दो तल्ला
मकान लिया बनवाय
काट रहा है चाँदी
गाँव में
दो जून की रोटी
मिलती थी
बड़े नसीब से

भरोसा कर गाँव वाले
बना दिया प्रधान
हर विधवा से लूट रहा है
विधवा पेंशन के नाम पर
हर मोहर पर
वसूल करता रूपया
अंधी जनता लुट रही है
देखो गाँव में

हे बाबू
ले लो कुछ मुझसे
कुछ योजना
हमको दिलवाय दो
बहुत गरीब हूँ
बीस बिगहे का
बोल रहा काश्तकार

रग्घू चमार को
दो दिन से
अन्न नहीं मिला है
सोहना प्रधान
राशन कार्ड
अपात्र घोषित कर दिया है

देखो गाँव में
लूट मची है
हर कालोनी पर
बीस से तीस हजार
बोली लगी है
जब से सोहना
प्रधान बना है
लूटम लूट मची है


जयचन्द प्रजापति कक्कू
जैतापुर, हंडिया, इलाहाबाद




शुक्रवार, 3 जून 2016

दलित रामलाल....कवि जयचन्द प्रजापति 'कक्कू'

दलित रामलाल
....................

दलित रामलाल
गरीबी के कारण
भूमिहीनता के कारण से
राशनकार्ड
नहीं बन सका
धनी कह कर
लिस्ट से
नाम काट दिया गया

जी रहा था
पत्नी
दो बच्चों के साथ
कुछ हालात ने
बना दिया
टूटहा
कई दिन से
भूखा
नहीं था गल्ला
मर गया एकदिन
लड़ते हुये
इस अभिशाप से

इस मामले में
सब मौन


जयचन्द प्रजापति कक्कू
जैतापुर, हंडिया, इलाहाबाद


गुरुवार, 2 जून 2016

दो जून....कवि जयचन्द प्रजापति' कक्कू'

दो जून की रोटी
...................
दो जून को
खाना चाहिये रोटी
इस तारीख को
जिसे मिलती है रोटी
वह नसीब वाला होता है
दो जून की रोटी

कुम्हार.....कवि जयचन्द प्रजापति 'कक्कू'

कुम्हार
़़़़़़़़़
कुम्हार
बहुत ही सरल
व सीधी जाति
पानी की तरह
कोमल
जैसा चाहो
मोड़ दो
उसे
स्वाभिमानी
सहृदयी
करूणा का सागर
जीता है
सादगी से
रहता है
नरमीयता से
कितना भोलापन
लचक होती है
उसके विचारों में

जब कोई करता है
गुस्ताखी
भयंकर प्रलय
मचाता है
पानी की तरह
तहस नहस
उजाड़ देता है
पूरा यौवन
बना देता है
नया इतिहास

शीतल होती है
यह जाति
पानी की तरह
साफ करता है
मन की गंदगी को
जीता भले झोपड़ी में
हवा की रूख
मोड़ देता है

नमन कुम्हारों का
सीखे कुम्हारों से
जीवन करे 
पानी जैसा शीतल
नरमी सीखे मन की
आओ करें
कुम्हारों की जयकार

सबसे पहले
कला जन्मी कुम्हारों के घर
मानव उत्पत्ति में 
खोज हुई बर्तन बनाने की कला
आदिमानव युग में
जन्म लिया सबसे पहले कुम्हार
इस धरा पर
सब जातियों की
जननी कुम्हार



जयचन्द प्रजापति 'कक्कू'
जैतापुर,हंडिया,इलाहाबाद
मों.07880438226




बुधवार, 1 जून 2016

मेरी कविता.......कवि जयचन्द प्रजापति 'कक्कू'

मेरी कविता
...............
मेरी कविता
जीने की राह बताती
नये भावों से बहती
कहती नई गाथा
हर पल
आती है
प्रेम की कथा
सहजता लिये
लिखता हूँ
कविता
सुख दुःख लिये
बाँटता हूँ प्रेम
मेरी कविता
आशा का संचार लिये
देती नव विहान
नव लय से भरी
नई उर्जा लिये
गरीबों के हृदय को
प्रणाम करती
मेरे मन को
भरती है संतोष से


जयचन्द प्रजापति कक्कू
जैतापुर, हंडिया, इलाहाबाद

जैतापुर.....प्रसिध्द कवि जयचन्द प्रजापति 'कक्कू'

जैतापुर
..........
मेरा गाँव
जैतापुर
बहुत भाता है
मेरी आत्मा में
बसा है

मेरा गाँव जी रहा है
अँधेरे में
एक उजाला
चाहता हूँ देना
नये सिरे से

लिखना चाहता हूँ
नया इतिहास
जैतापुर का

भीड़ का
हिस्सा बनाना
चाहता हूँ
ताकि
दुनिया के लोग
जी सके
जैतापुर के साथ

सपनों के इस गाँव में
नई तस्वीर लगाना चाहता हूँ
जैतापुर को
कवि का गाँव
बनाना चाहता हूँ

खेतो, खलिहानों का
प्रेम का
दया का
संसार बसाना चाहता हूँ


जयचन्द प्रजापति कक्कू
जैतापुर,हंडिया, इलाहाबाद


हंडिया....कवि जयचन्द प्रजापति' कक्कू'

हंडिया
.........
हंडिया 
मेरे दिलों में
बसा है
यहीं पढ़ा
यहीं मेरी कर्मस्थली
यहीं
सारा जीवन का रंग
जीता हूँ
यहाँ के लोगों के साथ
बस प्रेम से
नई कहानी
बना रहा हूँ

हंडिया में
मेरी हसरत है
नाम करूँ
हंडिया का
विश्व विख्यात
बनाना चाहता हूँ
रगों में बसा है
हंडिया

बार बार घूमता है
हंडिया का दर्द
नहीं मिला
सच्चा साथी
रंग देना चाहता हूँ
हंडिया को
नये भाव से
नमन 
ऐ हंडिया!


जयचन्द प्रजापति कक्कू
जैतापुर,हंडिया,इलाहाबाद

कवि जयचन्द प्रजापति' कक्कू' की कविता

दहेज लोभी

दहेज लोभी
पिता ने
पुत्र की शादी
एमए पास
संस्कारित
गरीब लड़की को
छोड़कर
धनाढ्य की
दसवीं फेल
आवारा लड़की से
कर दी


जयचन्द प्रजापति कक्कू
जैतापुर,हंडिया,इलाहाबाद