जैतापुर
..........
मेरा गाँव
जैतापुर
बहुत भाता है
मेरी आत्मा में
बसा है
मेरा गाँव जी रहा है
अँधेरे में
एक उजाला
चाहता हूँ देना
नये सिरे से
लिखना चाहता हूँ
नया इतिहास
जैतापुर का
भीड़ का
हिस्सा बनाना
चाहता हूँ
ताकि
दुनिया के लोग
जी सके
जैतापुर के साथ
सपनों के इस गाँव में
नई तस्वीर लगाना चाहता हूँ
जैतापुर को
कवि का गाँव
बनाना चाहता हूँ
खेतो, खलिहानों का
प्रेम का
दया का
संसार बसाना चाहता हूँ
जयचन्द प्रजापति कक्कू
जैतापुर,हंडिया, इलाहाबाद
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मेरा गाँव
जैतापुर
बहुत भाता है
मेरी आत्मा में
बसा है
मेरा गाँव जी रहा है
अँधेरे में
एक उजाला
चाहता हूँ देना
नये सिरे से
लिखना चाहता हूँ
नया इतिहास
जैतापुर का
भीड़ का
हिस्सा बनाना
चाहता हूँ
ताकि
दुनिया के लोग
जी सके
जैतापुर के साथ
सपनों के इस गाँव में
नई तस्वीर लगाना चाहता हूँ
जैतापुर को
कवि का गाँव
बनाना चाहता हूँ
खेतो, खलिहानों का
प्रेम का
दया का
संसार बसाना चाहता हूँ
जयचन्द प्रजापति कक्कू
जैतापुर,हंडिया, इलाहाबाद
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