शुक्रवार, 24 जून 2016

प्रसिध्द कवि जयचन्द प्रजापति 'कक्कू' की कवितायें

जागो
.......
जागो
सोने वालो
क्यों रो रहे हो
किस्मत पर

उठो
लिखो
नई सुबह की
नई कहानी

बनाओ
निर्मल मन
सहीं समय
आया है
जागो प्यारे जागो


कवि जयचन्द प्रजापति' कक्कू'
जैतापुर,हंडिया,इलांहाबाद


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