सोमवार, 15 अगस्त 2016

मेरा देश.....कवि जयचन्द प्रजापति' कक्कू'

मेरा देश
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मेरा देश
कितना प्यारा
कितना सुंदर
मन को भाता है
यहाँ की हरियाली
सुंदर बाग बगीचे
रंगों से सजा
सुंदर देश हमारा
बिसरता नहीं यह देश
यहां की माटी
यहां का रूप रंग
नव स्वर गीत यहां का
ऐसा देश हमारा

कवि जयचन्द प्रजापति
जैतापुर,हंडिया,इलाहाबाद

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