साहसी आदमी महान होता है .सदैव अपना काम करता है.वह कमजोर
प्रवृत्ति का नहीं होता है. जब वह अच्छा सोंचता है तो वह सदैव अच्छा
ही करेगा.वह करूणा का स्वामी होता है और अच्छा दिल सदैव रखता है.
वह हताशा में नहीं होता है. वह अपने कार्यों को करते रहने में भरोसा
करता हैऔर अच्छी सोंच के साथ वह आगे बढ़ता है.
उसके मन में सदैव लगन होता है .उसका इरादा महान आदर्श के
साथ आगे की ओर चलायमान होता है.अतः साहस के वगैर एक व्यक्ति
महान बनने की प्रेरणा को नहीं प्राप्त कर पाता है .
जयचन्द प्रजापति
प्रवृत्ति का नहीं होता है. जब वह अच्छा सोंचता है तो वह सदैव अच्छा
ही करेगा.वह करूणा का स्वामी होता है और अच्छा दिल सदैव रखता है.
वह हताशा में नहीं होता है. वह अपने कार्यों को करते रहने में भरोसा
करता हैऔर अच्छी सोंच के साथ वह आगे बढ़ता है.
उसके मन में सदैव लगन होता है .उसका इरादा महान आदर्श के
साथ आगे की ओर चलायमान होता है.अतः साहस के वगैर एक व्यक्ति
महान बनने की प्रेरणा को नहीं प्राप्त कर पाता है .
जयचन्द प्रजापति
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