रविवार, 24 अप्रैल 2016

कवि जयचन्द प्रजापति' कक्कूजी' ...मोहब्बत

मोहब्बत
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मोहब्बत जिन्दगी में
जरूरी अंग है
इसके अभाव में
जीवन बदरंग है
कोई अर्थ नहीं
जीना मौत है
करो मोहब्बत सभी से
भरो रंग मेहब्बत का
बहो नये भावों में
करो कुछ नया
लिखो नवगीत
बदलो भाषा
जीवन जीने का
मोहब्बत का संदेश बिखेरो
जन जन तक पहुँचों


जयचन्द प्रजापति 'कक्कूजी'
जैतापुर, हंडिया, इलाहाबाद
मो.07880438226

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