कवि
......
कवि होता है
चंचल हृदय की तरह
भावों में होता है
जन जन को जाने
देखे पीड़ा मानव मन का
कितना सहज
लड़ता है
तमाम कोशिशों से
हासिल करता है
महान सौन्दर्य
कवि हारता नहीं
यातना सह लेता है
खड़ा होता है बीच बाजार में
बनके असहायों का संबल
सच्चा जीवन के लिये
समर्पित अनवरत खोजता है
गहराइयाँ
तमाम रहस्यों को खोलता है
वह महान है कवि
जयचन्द प्रजापति 'कक्कूजी'
जैतापुर, हंडिया ,इलाहाबाद
मो.07880438226
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कवि होता है
चंचल हृदय की तरह
भावों में होता है
जन जन को जाने
देखे पीड़ा मानव मन का
कितना सहज
लड़ता है
तमाम कोशिशों से
हासिल करता है
महान सौन्दर्य
कवि हारता नहीं
यातना सह लेता है
खड़ा होता है बीच बाजार में
बनके असहायों का संबल
सच्चा जीवन के लिये
समर्पित अनवरत खोजता है
गहराइयाँ
तमाम रहस्यों को खोलता है
वह महान है कवि
जयचन्द प्रजापति 'कक्कूजी'
जैतापुर, हंडिया ,इलाहाबाद
मो.07880438226
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