भगवान
..........
भगवान नहीं सताता
किसी को
मन में धीर धरो
नया दिन आयेगा
नव विहान लायेगा
नव गीत गायेगा
नई कलियाँ
नया उपवन
तेरा रूप सतरंगी
भगवान
जो करता है तू
सब शुभ है
जयचन्द प्रजापति
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भगवान नहीं सताता
किसी को
मन में धीर धरो
नया दिन आयेगा
नव विहान लायेगा
नव गीत गायेगा
नई कलियाँ
नया उपवन
तेरा रूप सतरंगी
भगवान
जो करता है तू
सब शुभ है
जयचन्द प्रजापति
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