शनिवार, 23 अप्रैल 2016

जयचन्द प्रजापति ' कक्कूजी' वह दलित

वह दलित

वह दलित है
अपमान का घूँट पीता है
किया जाता है नंगा
सरे राह पीटता है
मूक है जनता
नहीं उठाती
उसकी आवाज
चुप रहने के लिये
कसा जाता है
उसकी जुबान
नहीं पिघलते
वे दरिन्दे
समझते हैं
महान कार्य में लिप्त हैं


जयचन्द प्रजापति कक्कूजी
जैतापुर, हंडिया, इलाहाबाद
मो.07880438226

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